दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में पानी भरने से सिविल सेवा के तीन अभ्यर्थियों की मौत के मददेनजर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को प्रदेश में संचालित कोचिंग संस्थानों की जांच के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री ने इस संबंध में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को निर्देश देते हुए कहा कि कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं अध्यापकों के लिए की गई व्यवस्थाओं का भी स्थलीय निरीक्षण किया जाए तथा वहां पार्किंग व्यवस्था एवं आसपास यातायात की सुगमता जैसे मुददों पर भी ध्यान दिया जाए।
धामी ने प्रदेश में भारी वर्षा के दृष्टिगत जल भराव होने की संभावना का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में संचालित विभिन्न कोचिंग संस्थानों एवं अन्य ऐसे भवनों की प्राथमिकता के साथ जांच की जाए, जिनके बेसमेंट में विभिन्न प्रकार की मानवीय गतिविधियां संचालित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर उनमें सुधारात्मक कार्रवाई की जाए ताकि किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों को राज्य में संचालित विभिन्न कोचिंग संस्थानों की जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारियों को सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ तत्काल बैठक कर अपने जिलों में समिति का गठन कर सभी कोचिंग संस्थानों की जांच कराने तथा कमियां पाए जाने पर उनका निराकरण सुनिश्चित करने को कहा है।
रतूड़ी ने यह भी कहा कि जिन भवनों में कमियों का निराकरण किया जाना संभव नहीं हो, उन भवनों में मानसून अवधि तक के लिए ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाई जाए और उनका अनुपालन भी सुनिश्चित किया जाए ताकि मानसून अवधि में जलभराव से होने वाली किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को इस संबंध में की गई कार्रवाई से शासन को 15 दिन के भीतर अवगत कराने के भी निर्देश दिए हैं।
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