कल गृह मंत्रालय के पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो द्वारा किए गए राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों के युवा पुलिस अधीक्षकों और सीएपीएफ के कमाडेंटों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन का केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने उद्घाटन किया
इस अवसर पर रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि युवा अधिकारियों को भारत में होने वाले परिवर्तनों से अवगत होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार की पहल और योजनाएं कुछ इस तरह से बनायी जाती हैं कि नागरिक सशक्त होकर बेहतर जीवन जी सके इसके साथ ही रवि शंकर प्रसाद ने ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य डिजिटल खाई को पाटना हैं
इसके तहत समाज के कमजोर तबकों पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा हैं. उन्होंने बताया कि डिजिटल सशक्तिकरण तब तक पर्याप्त नहीं जब तक कि डिजिटल समावेशन न हो. उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक सस्ती, समावेशी और विकास केन्द्रित होनी चाहिए. रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत में तेजी से बढ़ रहे सोशल मीडिया और पुलिस तंत्र को डिजिटल तकनीक के क्षेत्र में उन्नयन करना चाहिए
और अधिकारियों से कहा कि सही जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल करें। उन्होंने यह भी कहा कि साइबर सुरक्षा में अधिकारियों के प्रशिक्षण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि अधिकारियों को इस दो दिवसीय सम्मेलन से ज्ञान प्राप्त होगा और यहां सीखे सबक का उपयोग वे अपने प्रोफेशनल जीवन में करेंगे।