उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुए हादसे के बाद, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई है। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,00 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “प्रधानमंत्री ने उन्नाव दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के निकट संबंधी के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।”
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस दुखद दुर्घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की है। सिंह ने एक्स पर लिखा, “उन्नाव, उत्तर प्रदेश में हुआ सड़क हादसा बेहद दुखद और हृदय विदारक है। स्थानीय प्रशासन घायलों के इलाज में जुटा हुआ है। मैं इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। यह अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर एक डबल डेकर स्लीपर बस के दूध के कंटेनर से टकरा जाने से अठारह लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए। घटना सुबह 5:15 बजे घटी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है और जिला प्रशासन को घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।
एक्स पर सीएम आदित्यनाथ ने कहा, “उन्नाव जिले में सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।”
डबल डेकर स्लीपर बस बिहार के मोतिहारी से दिल्ली जा रही थी, तभी बेहटामुजावर थाना क्षेत्र के गढ़ा गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर उसने दूध के टैंकर को पीछे से टक्कर मार दी। घटना की सूचना मिलने पर बांगरमऊ के क्षेत्राधिकारी अरविंद चौरसिया के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी घायलों से मिलने उन्नाव के अस्पताल पहुंचे। उपमुख्यमंत्री ने घायलों को उचित उपचार का आश्वासन दिया। उपमुख्यमंत्री पाठक ने एएनआई को बताया, “…18 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई घायल हैं और उन्हें उन्नाव जिला अस्पताल भेजा गया है। घायलों को उच्च स्तरीय अस्पतालों में स्थानांतरित किया जा रहा है। उन्नाव के नजदीकी सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि अधिकतर घायल लोग बिहार से हैं और उत्तर प्रदेश सरकार बिहार सरकार के संपर्क में है। ब्रजेश पाठक ने कहा, “केजीएमओ का ट्रॉमा सेंटर अलर्ट पर है, मैंने आकर सभी व्यवस्थाएं देखी हैं। ज़्यादातर घायल लोग बिहार से हैं, और हम बिहार सरकार के संपर्क में हैं। दुर्घटना के कारणों का पता जांच के बाद चलेगा, हमारी प्राथमिकता घायलों को उचित उपचार मुहैया कराना है।”
भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस पर पहुंची,…
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…
फसल कटाई, बुआई, उपार्जन आदि की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश केंद्रीय…
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (24 मार्च, 2025) रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में…
बिल गेट्स ने कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। बिल गेट्स…
गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से…