देश की जो हालत है उससे गुस्सा ही आना चाहिए
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में बताई कुछ बाते. उन्होंने कहा, ”देश की जो हालत है उससे गुस्सा ही आना चाहिए. जब विंटर सेशन होना था वो कैंसल हो गया और हम आवाज़ नहीं पहुंचा पाए तो काफी कुछ दिल के अंदर था वो बाहर आया. इंदिरा गांधी ने कहकर इमरजेंसी लगाई थी.
अब कोई कह नहीं रहा है.” दिशा रवि मामले पर भी महुआ मोइत्रा ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, ”मीडिया भी सरकार के द्वारा कंट्रोल किया जा रहा है. आज़ादी का मतलब क्या है. ये 21 साल की बच्ची है. भारत क्या इतना कमज़ोर है. भारत इतने से खत्म हो जाएगा क्या. अपने घर की खिड़कियां खुली रखें. सेडिशन नाम को हटा देना चाहिए.
हम इतने कमज़ोर नहीं है कि 21 साल की बच्ची को अंदर डालकर ये किया जाए.” ‘जय श्रीराम’ के नारे को लेकर महुआ मोइत्रा ने कहा, ”चंदा अगर कोई न दे तो कहते हैं हिंदू नहीं हो. हिटलर की जर्मनी में यही होता था. सारे लोगों को घर के बाहर क्रॉस लगाना चाहिए. नेता जी का मतलब था जय हिंद मतलब जय हिंदुस्तान.
हम भी पूजा करते हैं. जय श्रीराम के नाम से माइनॉरिटी को डराना चाहते हैं. कोई भी भगवान किसी का नहीं होता है.” उन्होंने कहा, ”सीपीएम का वोट 10 परसेंट पर आ गया है. बीजेपी के पास दिल्ली में सरकार है. बीजेपी के पास पैसे है, रिसोर्स है. राजनीति एनजीओ का काम नहीं बहुत लोग खुद की सेवा के लिए आते हैं. हमने काम किया है. सरकार हम ज़रूर बनाएंगे. हम सबके लिए स्कीम करते हैं| खबर एनडीटीवी इंडिया