मिली खबरों के मुताबिक एक वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि चीन की कड़ी शर्तों के चलते उसने डियामेर-भाषा बांध को चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे में शामिल करने का प्रयास छोड़ दिया. डियामेर-भाषा बांध पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित १४ अरब डालर की परियोजना हैं लेकिन भारत के विरोध करने से पाकिस्तान को सिंधु नदी पर स्थित इस परियोजना के लिए विश्व बैंक जैसे वित्तीय संस्थानों से धन जुटाने में दिक्कत आ रही हैं. बता दें कि भारत को पीओके से गुजरने वाली सीपीईसी परियोजना पर गहरी आपत्ति हैं.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने जल संसाधन सचिव शुमैल ख्वाजा के हवाले से लिखा हैं कि इस बांध के लिए न तो विश्व बैंक, एडीबी और न ही चीन पैसा देगा इसलिए सरकार ने जल भंडार का निर्माण अपने संसाधनों से ही करने का फैसला किया हैं. बता दें कि पाकिस्तान ने बांध परियोजना को वापस लेने का फैसला ऐसे समय में किया जबकि चीन के साथ उसकी संयुक्त सहयोग समिति की सातवीं बैठक २१ नवंबर को इस्लामाबाद में होनी हैं| खबर आजतक