गुरुवार को पाकिस्तान ने संकेत देते हुए कहा कि वो अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कश्मीर मुद्दे को ले जा सकता हैं और वह ऐसा भारत के नक्शे कदम पर चलते हुए करेगा, जो कुलभूषण जाधव की मौत की सजा के मामले को वहां ले गया था. दरअसल, विदेश कार्यालय प्रवक्ता मोहम्मद फैसल से साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में पूछा गया था कि क्या पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को आईसीजे ले जाएगा. सीधे हां या ना कहने की बजाय, उन्होंने संकेत दिया कि इस मुद्दे पर कानूनी विशेषज्ञ विचार कर रहे हैं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया की जम्मू कश्मीर के विषय को आईसीजे ले जाना, एक जटिल कानूनी समस्या हैं पर अटार्नी जनरल इस विषय पर काम कर रहे हैं और इसे आने वाले समय में अद्यतन किया जा सकता है.
फैसल ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए अपनी पूरी जोर कोशिश कर रहा हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जाधव और उनकी पत्नी के बीच एक मुलाकात की पेशकश पूरी तरह से मानवीय आधार पर की और जाधव को अपनी मां से मिलने देने के भारत के अनुरोध पर विचार किया जा रहा हैं. प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अनुरोध किया हैं कि पत्नी के साथ मां को जाने की इजाजत दी जा सकती हैं. भारतीय अनुरोध विचारार्थ हैं. फैसल ने पाकिस्तानियों को मेडिकल वीजा चुनिंदा तरीके से जारी करने की भारतीय नीति को भी अफसोसजनक बताया
और कहा यह सहानुभूति वाला रुख नहीं बल्कि राजीनतिक रूप से सोच समझ कर अपनाए जाने वाला रुख हैं, जिसमें राजनीतिक फायदा उठाने के लिए लोगों को चुना जाता हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार इस बात का जिक्र किया हैं कि तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान, जमातुल अहरार, आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों का अफगानिस्तान में पनाहगाह हैं तथा वे पाकिस्तान के अंदर आतंकी हमलों में संलिप्त हैं| खबर जी न्यूज़