गृहमंत्रालय के सूत्रों के अनुसार सैटेलाइट सिस्टम को लेकर गृहमंत्रालय से साथ आईटीबीपी, बीएसएफ, एसएसबी और इसरो के अधिकारियों के बीच बैठक हो चुकी हैं. चीन और पाकिस्तान की सीमा पर लगातार हो रही घटनाओं के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया हैं. मोदी सरकार अब इन सीमाओं पर सैटेलाइट सिस्टम के जरिए नजर रखेगी. सैटेलाइट सिस्टम के जरिए भारत के खिलाफ हो रही गतिविधियों पर आईटीबीपी, बीएसएफ को बिल्कुल रियल टाइम एरियल जानकारी मिल पाएगी. कहा जा रहा हैं कि इस पूरी गतिविधि पर नजर रखने के लिए दिल्ली-एनसीआर में मुख्यालय भी बन सकता हैं.
यदि ये सैटेलाइट सिस्टम काम में आता हैं तो भारत-पाकिस्तान, भारत-बांग्लादेश, भारत-चीन, भारत-नेपाल बॉर्डर पर होने वाली घुसपैठ पर रोक लगेगी. सैटेलाइट सिस्टम के आने से डोकलाम जैसी घटनाओं, पाकिस्तान की ओर से लगातार आतंकवादियों की घुसपैठ और बांग्लादेश बॉर्डर से होने वाली तस्करी पर नजर रखी जा सकेगी. एनसीआर में बनने वाला मुख्यालय सीमाओं पर तैनात फोर्स के लिए कंट्रोल रुम के तौर पर वर्क करेगा. जिसके जरिए बहुत से कमांड दिए जा सकेंगे.
इस सिस्टम के आने से बॉर्डर गार्डिंग करने वाले सुरक्षा बलों को बॉर्डर पर हो रही गतिविधियों की रियल टाइम इमेज मिल सकेगी. सुरक्षा बलों को इंटेलिजेंस हासिल करना भी आसान होगा. इसके साथ ही सैटेलाइट पर लगे कैमरों से निर्धारित जगह को फोकस करके ऑपरेशन करने में मिलेगी मदद. और बॉर्डर पर कम्युनिकेशन के लिए भी इस सिस्टम से मदद मिलेगी| खबर आजतक