ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव ने डायमंड हार्बर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अभिजीत दास को 7 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराकर रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल की। पूर्व सीपीआई (एम) सांसद अनिल बसु द्वारा 2004 की लोकसभा में आरामबाग से 6,82,502 के अंतर से जीत हासिल करने के बाद बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक अंतर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बनर्जी ने डायमंड हार्बर प्रतियोगिता में 68.48 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 10,48,230 वोट हासिल किए। दूसरी ओर, अभिजीत दास ने 22.03 प्रतिशत के साथ 337,300 वोट हासिल किए। सीपीएम के प्रतीक उर रहमान 86,953 सीटों (5.68 फीसदी) के साथ काफी पीछे रहे। इस प्रकार बनर्जी ने राज्य में जीत का उच्चतम अंतर – 7,10,930 वोट दर्ज किया है, जो पश्चिम बंगाल की राजनीति में अभूतपूर्व है।
आसनसोल में टीएमसी उम्मीदवार और बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी के एसएस अहलूवालिया को हराकर जीत हासिल की। एक बड़े उलटफेर में पांच बार के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को टीएमसी के आश्चर्यजनक उम्मीदवार यूसुफ पठान से करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, बर्धमान-दुर्गापुर सीट पर बीजेपी सांसद दिलीप घोष कीर्ति झा आजाद से हार गए। असित कुमार मल, शर्मिला सरकार, काकोली घोष दस्तीदार और खलीलुर रहमान जैसे अन्य नेताओं ने क्रमशः बोलपुर, बर्धमान-पूर्व, बारासात और जंगीपुर से जीत हासिल की।
टीएमसी के पार्थ भौमिक बैरकपुर से जीते, प्रतिमा मंडल जॉयनगर से जीते और प्रसून बनर्जी हावड़ा से जीते। बीजेपी नेता निसिथ प्रमाणिक कूच बिहार में पीछे चल रहे हैं, लेकिन अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग में बढ़त बनाए हुए हैं। कृष्णानगर में टीएमसी की अयोग्य सांसद महुआ मोइत्रा बीजेपी की अमृता रॉय से आगे हैं। वहीं मालदा दक्षिण में कांग्रेस आगे चल रही है। देशभर में 400 सीटें हासिल करने के लक्ष्य के साथ भाजपा ने बंगाल में एक जोरदार अभियान चलाया, जिसमें भ्रष्टाचार और संदेशखाली में हाल की घटना जैसे मुद्दों को उजागर किया गया।
2019 के चुनावों में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए 18 सीटें जीतीं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अब घोषणा की है कि बंगाल इस चुनाव चक्र में उनकी पार्टी के लिए शीर्ष प्रदर्शन करने वाला राज्य बनकर उभरेगा। राज्य चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, 294 सीटों में से केवल 77 सीटें हासिल करने के बाद, भाजपा अपने समर्थन आधार को मजबूत करने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय और संदेशखाली घटना की उत्तरजीवी रेखा पात्रा जैसे अपरंपरागत उम्मीदवारों पर अपनी उम्मीदें लगा रही है।
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केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…
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गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से…