2024 के लोकसभा चुनाव नतीजे कितने बड़े आश्चर्य वाले रहे, एग्जिट पोल के नतीजों ने भगवा खेमे के ‘400-पार’ के नारे को पूरी तरह से खारिज कर दिया। सत्तारूढ़ दल 300 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है। कई भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजीव चंद्रशेखर, अजय मिश्रा टेनी और अर्जुन मुंडा हार चुके हैं। स्मृति ईरानी, जिन्होंने 2019 में राहुल गांधी को हराकर अमेठी लोकसभा सीट जीती थी, गांधी परिवार के करीबी कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा से 1.39 लाख से अधिक वोटों से हार गईं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी, जिनके बेटे को अक्टूबर 2021 में लखीमपुर खीरी हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष शर्मा से 34329 वोटों से उन्हें हराया है। उत्तर प्रदेश में सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव आयोग के अनुसार, झारखंड के खूंटी लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री और मौजूदा सांसद अर्जुन मुंडा को कांग्रेस उम्मीदवार कालीचरण मुंडा 149675 वोटों से हराया हैं।
केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर शाम कांग्रेस के तीन बार के सांसद शशि थरूर से 15,000 से अधिक वोटों से पीछे रह गए। मतगणना के शुरुआती घंटों में चंद्रशेखर 24,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे थे। कर्नाटक के बीदर में केंद्रीय उर्वरक मंत्री भगवंत खुबा कांग्रेस के सागर ईश्वर खद्रे से 1.28 लाख वोटों से हार गए। उत्तर प्रदेश के चंदौली में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्रनाथ पांडे समाजवादी पार्टी के बिजेंद्र सिंह से 21,000 वोटों से हार गए।
बंगाल की लड़ाई में बीजेपी के दो केंद्रीय मंत्री ममता की पार्टी से हार गए। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी कोलकाता दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस की माला रॉय से 1.8 लाख वोटों से हार गईं। कूचबिहार में, युवा मामले और खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक टीएमसी के जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया से 39,000 वोटों से हार गए। एक अन्य वरिष्ठ नेता जो विजेताओं की सूची में जगह नहीं बना सके, वे हैं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, जो बुहार के आरा से सीपीआईएमएल के सुदामा प्रसाद से लगभग 55,000 वोटों से हार गए।
भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस पर पहुंची,…
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…
फसल कटाई, बुआई, उपार्जन आदि की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश केंद्रीय…
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (24 मार्च, 2025) रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में…
बिल गेट्स ने कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। बिल गेट्स…
गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से…