प्रेस रिलीज़

विश्वकर्मा समाज की उपेक्षा कर रहे है सभी राजनीतिक दल : मुकुल आनंद

रविवार को पटना स्थित होटल बुद्धा रेजीडेंसी में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक आहूत की गई। बैठक की अध्यक्षता राजेन्द्र पुष्कर एवम संचालन दिवाकर शर्मा ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश कुमार विश्वकर्मा उर्फ मुकुल आनंद ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में बिहार के सभी जिलों से विश्वकर्मा बंधु गण भाग लिए। आए हुए सभी लोगो का महासंघ के द्वारा अंगवस्त्रम एवम पुष्पहार से सम्मानित किया गया।
हाँथ में माइक लिए हुए विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश कुमार विश्वकर्मा उर्फ मुकुल आनंद

महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश कुमार उर्फ मुकुल आनंद ने कहा विश्वकर्मा समाज की सामाजिक, आर्थिक, एवम राजनीतिक भागीदारी न के बराबर है। कोई भी राजनीतिक दल विश्वकर्मा समाज की अहमियत नहीं दे रहा है। मंडल कमीशन के कुछ सिफारीशे की लागू होने के बाद इस पिछड़ा एवम अतिपिछड़ा विश्वकर्मा समाज में सरकारी नौकरी देखने को मिल रहा है। जिसे लागू करवाने में कितने वर्षों तक हमारे नायको को संघर्षों का सामना करना पड़ा। वही भारतीय जनता पार्टी कुछ जातियों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण महज 24 घंटे के अंदर लागू कर हमारे आरक्षण में डकैती करने का काम किया।

विश्वकर्मा समाज को अपने हक अधिकार के लिए एक जूट होकर आंदोलन करने की जरूरत है। विश्वकर्मा समाज आजादी से अब तक अलग अलग लड़कर हाशिए पर है। भारतीय विश्वकर्मा महासंघ बढ़ई, लोहार, सोनार, कसेरा, ठठेरा एवम कुम्हार विश्वकर्मा के पांचों पुत्रों को एक जूट करने की मुहिम चलाया है। विश्वकर्मा वंशज को उचित प्रतिनिधित्व व सामाजिक स्तर पर सम्मान दिलाना मेरी प्राथमिकता है। महासंघ के द्वारा जन संपर्क दो सालो से हर जिलों में चलाया जा रहा है।

 

आगामी अक्टूबर माह में पटना के गांधी मैदान में विशाल विश्वकर्मा रैली किया जायेगा। यही रैली विश्वकर्मा समाज की भविष्य तय करेंगी। जो राजनीतिक दल विश्वकर्मा समाज को संख्या बल के अनुपात तीन लोकसभा एवम पंद्रह विधानसभा की सीट की भागीदारी सुनिश्चित करेंगी, विश्वकर्मा समाज उन्हे ही अपना वोट देंगी।

बैठक में जिला अध्यक्ष के पद पर – भिखारी शर्मा (सीतामढ़ी), सुरेन्द्र कुमार ठाकुर (दरभंगा), संजय कुमार (सुपौल), डॉ रघुनंदन शर्मा (सहरसा), कलक्टर शर्मा (बक्सर), आमिर चंद (भोजपुर), ओम प्रकाश (खगड़िया), जीतेन्द्र शर्मा (वैशाली), सीता राम शर्मा (मधुबनी), मीना देवी (नौबतपुर, पटना) मनोनयन किया गया। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष, वैशाली – मीना शर्मा, शिक्षक प्रकोष्ठ राष्ट्रीय अध्यक्ष, आरा – राजेंद्र पुष्कर,प्रदेश उपाध्यक्ष बासुदेव शर्मा सीतामढ़ी,प्रदेश उपाध्यक्ष रामकुमार शर्मा दरभंगा, जिला उपाध्यक्ष, दरभंगा – रविन्द्र शर्मा,जिला उपाध्यक्ष, पटना – अशोक कुमार शर्मा को मनोयन किया गया। बैठक में सेवा निवृत भारतीय प्रशासनिक अधिकारी ईश्वर चंद्र शर्मा, सेवा निवृत एडीएम सुरेश शर्मा, मीना शर्मा, सेवा निवृत बैंक प्रबंधक ईश्वर चंद्र शर्मा, डॉक्टर संतोष आनंद, डॉक्टर रघुनंदन शर्मा, पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार शर्मा, भारतीय फ्यूल कॉरपोरेशन के निदेशक सुधीर शर्मा उपस्थित रहे।

newsfortunes

Recent Posts

भारतीय वायु सेना ने संयुक्त अरब अमीरात में बहुराष्ट्रीय अभ्यास डेजर्ट फ्लैग-10 में भाग लिया

भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस पर पहुंची,…

10 घंटे ago

I4C ने धार्मिक संस्थानों और पर्यटन सेवाओं के नाम पर हो रहे ऑनलाइन बुकिंग घोटालों के बारे में जनता को सचेत किया

केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…

2 दिन ago

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि क्षेत्र की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की

फसल कटाई, बुआई, उपार्जन आदि की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश केंद्रीय…

7 दिन ago

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की रजत जयंती समारोह में भाग लिया

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (24 मार्च, 2025) रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में…

4 सप्ताह ago

बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की

बिल गेट्स ने कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। बिल गेट्स…

1 महीना ago

पद्म पुरस्कार-2026 के लिए नामांकन शुरू

गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्‍कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्‍कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्‍कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्‍त की जाएंगी। पद्म पुरस्‍कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्‍थापित, इन पुरस्‍कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्‍कारों के अंतर्गत ‘उत्‍कृष्‍ट कार्य’ के लिए सम्‍मानित किया जाता है। पद्म पुरस्‍कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्‍ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्‍सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्‍य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्‍कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्‍कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्‍वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्‍तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्‍कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्‍कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्‍ध हैं। इन पुरस्‍कारों से…

1 महीना ago