अगर शिक्षकों की बातें खुद आतिशी सुन लेती तो फिर वह इधर-उधर क्यों भटकते – अरविंदर सिंह लवली

नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता सरदार अरविंदर सिंह लवली ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा कि शिक्षा एक ऐसा विषय रहा है, जिसपर हमने कभी राजनीति नहीं की लेकिन वर्तमान शिक्षा मंत्री आतिशी का 5000 शिक्षको के ट्रांसफर ऑर्डर मामले में लगातार बयान आना सिर्फ उनकी गंदी राजनीति का एक हिस्सा है।

सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आतिशी कह रही है कि यह पूरा ट्रांसफर आदेश डायरेक्टर एजुकेशन ने किया है लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि डायरेक्टर एजुकेशन ट्रांसफर करने का अधिकार रखता है लेकिन पॉलिशी बनाने का नहीं तो जब तक पॉलिशी बनेगी नहीं फिर वह आर्डर कैसे दे देगा। अगर किसी पॉलिशी में मंत्री नहीं शामिल हैं तो फिर ऐसे मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों की बातें खुद आतिशी सुन लेती तो फिर वह इधर-उधर क्यों भटकते।

सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि पिछले पांच सालों में शिक्षा के स्तर में भारी गिरावट आई है। पिछले पांच सालों में कुल 177 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट कम हो गए हैं। 

इतना ही नहीं इस साल 2,80,000 बच्चों ने क्लास 9वीं की परीक्षा दी जिसमें से 1,05,000 बच्चे फेल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को सिर्फ इसलिए फेल किया जाता है ताकि 10वीं के परिणाम अच्छे आ सके। लेकिन सच्चाई यही है कि आज 10वीं के रिजल्ट भी 2013 की तुलना में कम हो गए हैं। इतना ही नहीं 2013 के बाद ऐसे स्कूल जिनमें 100 फीसदी परिणाम आए थे, 35 फीसदी स्कूलों की संख्या में गिरावट आई हैं। डिविजन में भी परिणाम कम है और “नीट” जिसमें साल 2013 में 8 फीसदी भागीदारी दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों की हुआ करती थी, आज वह मात्र 2 फीसदी हो गई है।

Source link

newsfortunes

Recent Posts

भारतीय वायु सेना ने संयुक्त अरब अमीरात में बहुराष्ट्रीय अभ्यास डेजर्ट फ्लैग-10 में भाग लिया

भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस पर पहुंची,…

10 घंटे ago

I4C ने धार्मिक संस्थानों और पर्यटन सेवाओं के नाम पर हो रहे ऑनलाइन बुकिंग घोटालों के बारे में जनता को सचेत किया

केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…

2 दिन ago

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि क्षेत्र की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की

फसल कटाई, बुआई, उपार्जन आदि की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश केंद्रीय…

7 दिन ago

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की रजत जयंती समारोह में भाग लिया

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (24 मार्च, 2025) रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में…

4 सप्ताह ago

बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की

बिल गेट्स ने कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। बिल गेट्स…

1 महीना ago

पद्म पुरस्कार-2026 के लिए नामांकन शुरू

गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्‍कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्‍कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्‍कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्‍त की जाएंगी। पद्म पुरस्‍कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्‍थापित, इन पुरस्‍कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्‍कारों के अंतर्गत ‘उत्‍कृष्‍ट कार्य’ के लिए सम्‍मानित किया जाता है। पद्म पुरस्‍कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्‍ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्‍सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्‍य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्‍कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्‍कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्‍वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्‍तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्‍कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्‍कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्‍ध हैं। इन पुरस्‍कारों से…

1 महीना ago