चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को नौवें ब्रिक्स सम्मेलन का उद्घाटन किया. और उन्होंने सम्मेलन शुरू होने से पहले ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं की अगवानी की. नौवां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन चीन के इस बंदरगाह शहर श्यामन के कन्वेशन सेंटर में हो रहा हैं और मोदी यहां पहुंचने वाले तीसरे नेता थे. उनके बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यहां पहुंचे. ब्रिक्स की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति और विकास के लिए सहयोग जरूरी हैं. एकजुट रहने पर शांति और विकास संभव हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे देश का युवा होना हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं. भारत ने काले धन के खिलाफ जंग छेड़ी हैं. गरीबी से लड़ने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया. हम स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा कि ब्रिक्स में पांचों देश एक बराबर हैं. ब्रिक्स बैंक ने कर्ज देना शुरू किया हैं, इससे पांच सदस्य देशों को फायदा होगा. प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई हैं कि गोवा शिखर सम्मेलन से निकले रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए इस बैठक में कुछ सकारात्मक बातचीत होगी और बेहतर नतीजे आएंगे. इस बैठक से अलग पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी.
ब्राज़ील के साथ भी आज ही द्विपक्षीय बातचीत होनी हैं. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय बातचीत होगी. जहां हाल के दिनों में दोनों देशों में तनाव के बीच रिश्ते बेहतर करने पर बात होगी. दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में होने की संभावना हैं, जब करीब एक हफ्ते पहले भारत और चीन ने ७३ दिन तक डोकलाम मुद्दे पर कायम रहे गतिरोध को सुलझाने की घोषणा की. इससे पहले चीन में पीएम का शानदार स्वागत किया. पीएम ने यहां रहने वाले भारतीयों के साथ गर्मजोशी से मुलाकात की. ब्रिक्स की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मंगलवार को म्यांमार के तीन दिन पर रवाना हो जाएंगे. इस मौके पर शी चिनफिंग ने ब्रिक्स के सदस्य देशों से अपने मतभेद दूर करने, आपसी विश्वास और रणनीतिक संवाद बढ़ाकर एक-दूसरे की चिंताओं पर ध्यान देने को कहा| खबर एनडीटीवी इंडिया