कहा जाता हैं यदि किसी पे चार्जशीट दायर हो तो उसके होश गम हो जाते हैं लेकिन बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव शायद देश के पहले ऐसे राजनेता हैं जो अपने ख़िलाफ़ चार्जशीट में विलंब के लिए ख़ुद जांच एजेन्सी सीबीआई को चुनौती देते हैं. मंगलवार को तेजस्वी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी अब जल्द उन्हें जांच के दायरे में लपटने के लिए केंद्र सरकार पर दबाब बना रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया कहा की मांझी जी के एनडीए छोड़ कर राजद के साथ आते ही सुशील मोदी आनन-फ़ानन में दिल्ली भागे.
पीएम और अमित शाह से मिल पूरा फ़ीडबैक दिया होगा कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता ख़त्म हो चुकी हैं. राजद गठबंधन जीतेगा, हम हारेंगे. अब तेजस्वी को लपेटना होगा, एफआईआर के ८ महीने बाद भी सीबीआई ने चार्जशीट नहीं की. तेजस्वी यादव के ख़िलाफ़ सीबीआई ने पिछले साल जून में रेलवे के होटेल के बदले ज़मीन के मामले में साज़िश करने के आरोप में मामला दर्ज हुआ था. इसके बाद उनके साथ और राजद अध्यक्ष लालू यादव के साथ जांच एजेन्सी से अलग अलग पूछताछ की थी| खबर एनडीटीवी इंडिया