भारतीय रेलमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव व बिहार की मुख्यमंत्री रह चुकी उनकी पत्नी राबड़ी देवी, और उनके बेटों के साथ अन्य लोगों के खिलाफ सीबीआई ने २००६ में मामला दर्ज किया था. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इन सभी लोगों पर रांची और पुरी में रेलमंत्रालय द्वारा होटल बनाने के लिए जारी टेंडर में धांधली के आरोप लगाये गए थे उस दौरान लालू यादव रेल मंत्री थे
और आज सीबीआई इस सिलसिले में दिल्ली, पटना, रांची, पुरी और गुरुग्राम के १२ ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं और आज ही लालू यादव को चारा घोटाले में भी सीबीआई कोर्ट में पेश होना हैं. १९९६ में पशुओं के चारा के नाम पर ९५० करोड़ रुपये सरकारी खजाने से फर्जीवाड़ा करके निकाल लिये जाने का मामला उजागर हुआ था और इसमें ४४ से अधिक मामले दर्ज किये गये थे.
इन्हीं में झारखंड में देवघर व डोरंडा का मामला भी शामिल हैं. इससे पहले वह ६ जून को चारा घोटाले के एक मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पटना के सीबीआई कोर्ट में पेशी हुई थी. और इससे पहले १६ मई को लालू यादव के दिल्ली-गुरुग्राम स्थित २२ ठिकानों पर छापेमारी की जा चुकी हैं. ये छापेमारी भी जमीन सौदों को लेकर की गई थी. आरोप है कि १ हजार करोड़ की बेनामी जमीन का सौद किया गया| खबर न्यूज़१८