देश भर में फिल्म पद्मावत का विरोध करने के नाम पर करणी सेना के उपद्रव के बाद अब फिल्म के बहाने पब्लिसिटी बटोरने की दौड़ में एक और संगठन शामिल हो गया हैं. ब्रजमण्डल क्षत्रिय राजपूत महासभा के पदाधिकारियों ने २५ जनवरी को पद्मावत के निदेशक संजय लीला भंसाली का सिर काट कर लाने वाले को ५१ लाख रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की हैं. महासभा के पदाधिकारियों की बैठक के बाद जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह सिकरवार ने भंसाली का सिर काटकर लाने वाले को इनाम देने की घोषणा करते हुए कहा की ऐसा करने वाले को ५१ लाख रूपये की रकम चांदी की थाली में सजाकर दी जाएगी. उन्होंने फिल्म का विरोध करने के सवाल पर कहा भंसाली ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर राजपूतों को नीचा दिखाने का काम किया हैं.
रानी पद्मावती के चरित्र हनन किया हैं. इसलिए राजपूत समाज उसे उसकी गलती के लिए सबक सिखाकर रहेगा. दूसरी ओर, जनपद के सभी सिनेमा संचालकों ने सुरक्षा के सवाल पर ‘पद्मावत’ का प्रदर्शन न करने का निर्णय लेते हुए सिनेमा हाल के बाहर बड़े-बड़े नोटिस बोर्ड लगा दिए की पद्मावत का प्रदर्शन नहीं किया जा रहा हैं और भविष्य में भी नहीं किया जाएगा. कई महीनों तक राजपूत गौरव, सम्मान व बलिदान से छेड़छाड़ को लेकर चल रहे कई राजपूत संगठनों के विरोध प्रदर्शन व तनाव के बीच बॉलीवुड फिल्म ‘पद्मावत’ गुरुवार को कुछ राज्यों को छोड़कर देश भर में ४००० स्क्रीन पर रिलीज हुई. कांग्रेस ‘पद्मावत’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार पर जमकर बरसी. कांग्रेस ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी को लेने को कहा.
पार्टी ने हरियाणा के गुरुग्राम में एक स्कूली बच्चों की बस पर हुए हमले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर ‘घृणा की राजनीति’ करने व ‘देश को आग में झोंकने’ का आरोप लगाया. संजय लीला भंसाली की फिल्म साल भर से ज्यादा समय से विवादों में रही हैं. यह भाजपा शासित राजस्थान, मध्य प्रदेश व गुजरात में श्रीराजपूत करणी सेना के राजपूत इतिहास से कथित छेड़छाड़ के आरोप को लेकर रिलीज नहीं की गई. बिहार व उत्तर प्रदेश के कुछ सिनेमाघरों ने इसका प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन दिल्ली, मुंबई व अन्य जगहों पर फिल्म ने अच्छी संख्या में दर्शकों को अपनी तरफ खींचा| खबर जी न्यूज़