
हैं जो अपने बुलंद इरादों के सामने किसी को टिकने न दे पर उनका अतीत जब हस्ते मुस्कुराते अपने बचपन को बड़ा कर रही थी मुंबई की रहने वाली शब्बो शैख़ उर्फ अनमोल, पर एक दिन उनके माँ पिता के बिच हुई आपसी झड़प ने उनकी जिंदगी बिखेर दी हुआ कुछ यू था की कुछ दिनों से उनके माँ पिता के बीच चल रहे आपसी विवाद में उनके पिता आपे से बाहर हुए और शब्बो की माँ पर एसिड फेक दिया और माँ के समीप मौजूद उस प्यारी बच्ची को भी वो वार झेलना पड़ा उस हादसे से अनमोल ने अपने माँ-पिता दोनों को खो दिया उनकी माँ अलाह को प्यारी हो गई और उनके पिता को कैद उस दिन के बाद शायद अबतक अनमोल ने अपने पिता को फिर नहीं देखा वैसे हादसे के बाद ५ सालो तक वो मुंबई स्थित शान हस्पताल में डॉक्टरों के देख रेख में रही और फिर मानव सेवा संघ नामक अनाथालय से अपने जीवन के कदमो को आगे बढ़ाया और अपनी शिक्षा पूरी की और आज वो स्वोट कंसल्टेंसी सर्विसेस के एच.आर. पद पर कार्यरत हैं और खुद की बदौलत अपनी जिंदगी खुशहाल बनाई वैसे अनमोल और एसिड अटैक का सिकार हुई उनकी कुछ और सखिया मिल के एक ‘एसिड सर्वाइवल साहस फाउंडेशन, नमक संस्था भी चला रही हैं जहा वो लोग ऐसे हादसे का सिकार हुए लोगो को इन्साफ दिलाती हैं और उन्हें आगे बढ़ने का हौसल देती हैं |