नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सरदार अरविंदर सिंह लवली ने आज एक संयुक्त प्रेसवार्ता कर दिल्ली में मात्र 15 से 20 मिनट की बारिश के कारण हुए जलजमाव पर आम आदमी पार्टी की तैयारियों को लेकर सवाल खड़ा किया और कहा कि दिल्ली के अंदर बारिश ने एक बार फिर से आम आदमी पार्टी सरकार की कमियों को उजागर कर दिया है।
मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने प्रेसवार्ता का संचालन किया और विडिओ क्लिपस चला कर दिखाया की हल्की सी बारिश से दिल्ली फिर जलमग्न हो गई और आज तो दिल्ली नगर निगम मुख्यालय के चारों ओर भी झील बन गई। प्रदेश मंत्री हरीश खुराना एवं पूर्व विधायक नीरज बसोया भी पत्रकार वार्ता में उपस्थित थे।
वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली के विभिन्न स्थानों से 20 मिनट की बारिश के बाद हुए जलजमाव का वीडियो दिखाते हुए कहा कि दिल्ली में नालों की सफाई के नाम पर दिल्ली सरकार के जल बोर्ड, लोक निर्माण विभाग एवं फ्लड विभाग के साथ दिल्ली नगर निगम में सैकड़ों करोड़ के वारे न्यारे हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मंत्री सुआतिशी एवं महापौर डॉ शैली ओबरॉय जो लगातार अपनी तैयारियों को लेकर दावे कर रही थी आज उन दावों को चंद मिनट की बारिश ने खोखला कर दिया।
सचदेवा ने कहा कि आई.टी.ओ., संगम विहार, बुराड़ी, देवली, किशनगंज, चंदरावल, राजेन्द्र नगर, नजफगढ़ जहाँ 28 जून एवं 3 जुलाई को बड़े जलजमाव हुऐ थे वहाँ आज भी कुछ ही मिनटों में जलजमाव हो गया।
सचदेवा ने कहा है की दिल्ली में नालों की सफाई के नाम पर केवल घोटाले हो रहे हैं और दिल्ली सरकार नालों की सफाई एवं मानसून की तैयारी पर 24 घंटे के अंदर सर्वदलीय बैठक बुलाए या फिर भाजपा के विरोध के लिए तैयार रहे।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर ईमानदारी से काम किया गया होता तो आज दिल्ली की यह स्थिति नहीं होती। 750 नालों में से लगभग 150 नालों की सफाई हुई है लेकिन उनसे निकाली गई गाद उठाई नहीं गई है और इसलिए बारिश के बाद वह गाद फिर से नालों में चली गई है।
उन्होंने कहा कि पिछली दो बार की बारिशों में लोगों ने अपनी जान गवाई है। यह दिल्ली का दुर्भाग्य है की आज दिल्ली में एक संवेदनहीन मुख्यमंत्री की सरकार है।
वरिष्ठ नेता सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली एक ऐसा शहर बन चुका है जिसमें रहने वाले साल भर परेशान रहते हैं। गर्मी में पानी की कमी, बारिश में जलजमाव, सर्दी में प्रदूषण से हम परेशान रहते हैं। जितना समय केजरीवाल सरकार की मंत्री सुआतिशी और महापौर ने प्रेस कांफ्रेंसों में लगाया है उतना समय अगर काम में लगाया होता तो शायद आज स्थिति बेहतर हो जाती।
सरदार लवली ने कहा है कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री जेल के अंदर हैं और यह बार-बार जेल से सरकार चलाने की बात करते रहे हैं लेकिन जनहित के लिए अति महत्वपूर्ण एवं शक्तिशाली फ्लड विभाग की एपेक्स कमिटी जिसके वह चेयरपर्सन हैं उसकी बैठक तक इस वर्ष समय पर नही की है।
दिल्ली के सभी मंत्रियों के साथ ही वे सभी विधायक जिनके विधानसभा क्षेत्र लो लाइंग एरिया में आते हैं, वे कमेटी के सदस्य होते हैं। यह कमिटी फ्लड एवं मानसून में जलजमाव रोकने पर काम करती है। इसका वृहद कार्य क्षेत्र एवं बजट होता है पर दिल्ली में इसका उपयोग ही नही हो रहा है।
सरदार लवली ने कहा शहर के अंदर जलजमाव ना हो, उसको लेकर इस उच्च स्तरीय कमेटी की बैठक जनवरी में होनी होती है लेकिन इसकी बैठक इस वर्ष जून के मध्य में हुई है। ऐसे में अगर बैठक ही जून महिने में हो रही है तो फिर जुलाई में जलजमाव के लिए किस प्रकार की तैयारी होगी, यह सोचने का विषय है।
सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा की केजरीवाल सरकार एक अपराधिक लापरवाही से काम करने वाली सरकार है जो गर्मी की तैयारी के लिए समर एक्शन प्लान नही लाती, मानसून की एपेक्स कमेटी बैठक नही करती और सर्दी के प्रदूषण से बचाने लिए विंटर एक्शन प्लान समय पर नही बनाती।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…
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गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से…
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