प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने कहा ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी को लेकर जो उत्साह गांव-गांव में दिख रहा है, हिंदुस्तान के कोने-कोने में दिख रहा है, चाहे उत्तर हो, दक्षिण हो, पूरब हो, पश्चिम हो। बहुत ही छोटा गांव या बड़ा गांव हो, लोग गाड़ी को खड़ी करके सारी जानकारियां लेते हैं। ये अपनेआप में अद्भुत है। उन्होंने कहा कि देश भर के गांवों में करोड़ों परिवारों को हमारी सरकार की किसी न किसी योजना का जरूर लाभ मिला है। और जब ये लाभ मिलता है तो एक विश्वास बढ़ता है। जिंदगी जीने की एक नई ताकत आ जाती है।
मोदी ने कहा कि पहले जो भीख मांगने की मन:स्थिति रहती थी अब वो गई। सरकार ने लाभार्थियों की पहचान की और फिर उन तक लाभ पहुंचाने की कदम उठाए। तब ही आज लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी यानी, गारंटी पूरी होने की गारंटी। उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ ऐसे लोगों तक पहुंचने का बहुत बड़ा माध्यम बनी है, जो अब तक सरकार की योजनाओं से नहीं जुड़ पाए। यह बहुत बड़ी बात है कि इतने कम समय में अब तक सवा करोड़ से अधिक लोग मोदी की गारंटी वाली गाड़ी तक पहुंचे हैं और उसका स्वागत किया है, उससे जुड़ने की कोशिश की है और उसे सफल बनाने का काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की लगातार कोशिश है कि जब मोदी की गारंटी वाली गाड़ा पहुंचे तो गांव का हर एक व्यक्ति उस गाड़ी तक जरूर पहुंचना चाहिए, तब ही हम हर लाभार्थी तक पहुंच पाएंगे, क्योंकि हमें देश को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कगा कि मोदी की गारंटी वाली गाड़ी पहुंचने के बाद लगभग एक लाभ नए लाभार्थियों ने उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। इस यात्रा के दौरान मौके पर ही 35 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये यात्रा देश के कोने-कोने तक पहुंच रही है…और लोगों के दिलों में खुशी और उत्साह का संचार कर रही है।
मोदी ने कहा कि ओडिशा में लोग अद्भुत पारंपरिक आदिवासी नृत्य के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा का स्वागत कर रहे हैं…मैंने पश्चिम खासी हिल्स क्षेत्रों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मनमोहक वीडियो देखे…मैं इन सब से मंत्रमुग्ध हो गया हूं। उन्होंने कहा कि मेरे परिवारजन तक पहुंचने का आपके सेवक का यह प्रयास है। मैं आपके गांव तक आ रहा हूं, गाड़ी के माध्यम से आ रहा हूं। इसलिए कि आपके सुख-दुख का साथी बनूं, आपके आशा-आकांक्षाओं को समझूं। उसको पूरा करने के लिए सरकार की पूरी शक्ति लगाऊं। उन्होंने कहा कि देश का हर गरीब मेरे लिए VIP है, देश की हर माता-बहन-बेटी मेरे लिए VIP है, देश का हर किसान मेरे लिए VIP है, देश का हर युवा मेरे लिए VIP है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में हाल में हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों की आज भी बहुत चर्चा हो रही है। इन चुनाव नतीजों ने साफ कर दिया है कि मोदी की गारंटी में ही दम है। मैं सभी मतदाताओं का आभारी हूं, जिन्होंने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दलों ने राजनीति स्वार्थ के बजाये सेवाभाव को सर्वोपरि रखा होता, सेवाभाव को ही अपना काम समझा होता, तो देश की बहुत बड़ी आबादी अभाव में, मुसीबतों में, तकलीफों न रहती।
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केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…
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गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से…