मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नतीजे आए हुए। 3 दिन हो चुके हैं। लेकिन भाजपा ने अभी तक इन राज्यों में मुख्यमंत्री पद को लेकर खुलासा नहीं किया है। तेलंगाना में कांग्रेस ने अपनी जीत के बाद मंगलवार को रेवंत रेड्डी को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा कर दी थी। सात दिसंबर को वह शपथ भी ले लेंगे। लेकिन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को लेकर सस्पेंस बरकरार है। भाजपा ने मध्य प्रदेश में जहां अपनी सत्ता को बरकरार रखा है तो वहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उसने कांग्रेस को शासन से बेदखल किया है। हालांकि, इन तीनों राज्यों को लेकर हर तरफ एक ही सवाल है कि मुख्यमंत्री कौन होगा?
बड़ा सवाल
सबसे बड़ा सवाल इन राज्यों में यही है कि क्या भाजपा अपने पुराने चेहरों पर भरोसा जताएगी या किसी नए पर दांव लगाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह अक्सर चौंकाने वाले फैसले लेते हैं। ऐसे में इन राज्यों में किसी नए चेहरे के मुख्यमंत्री बनने की प्रबल संभावनाएं हैं। हालांकि, मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने-अपने राज्यों में दिग्गज है और कहीं ना कहीं वह अपनी ताकत लगाने की कोशिश में है। हालांकि, उनकी ओर से यह भी दावा किया जा रहा है कि वे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता है और पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे वह निभाएंगे।
आगे की रणनीति
सोमवार, मंगलवार और बुधवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नेता की मुलाकात हो चुकी है। मुख्यमंत्री को लेकर मैराथन बैठक भी की जा चुकी है। दावा किया जा रहा है कि इन तीनों ही राज्यों में भाजपा अपनी नई पौध को आगे बढ़ाने की कोशिश कर सकती है। आज देर रात या कल सुबह तक इन राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति हो सकती है। पर्यवेक्षक संभवत केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय को विधायकों को बताएंगे और सर्वसम्मति बनाने की कोशिश की जाएगी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री को लेकर अंतिम फैसला मोदी को ही लेना है।
पहला कदम लिया गया
पिछले दिनों पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 सांसदों में से 10 ने बुधवार को संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों ने बताया कि दो अन्य सांसद भी जल्द इस्तीफा देंगे। अधिकारियों ने बताया कि इस्तीफा देने वाले 10 सांसदों में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल सहित नौ लोकसभा सांसद और एक राज्यसभा सदस्य शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि दो अन्य सांसद केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह और महंत बालकनाथ भी लोकसभा से इस्तीफा देंगे। यह कदम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए मुख्यमंत्रियों के चयन की पार्टी नेतृत्व की प्रक्रिया का हिस्सा है। इस्तीफा देने वाले अन्य सांसदों में दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और राकेश सिंह शामिल हैं।
रेस में कौन
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की रेस में वसुंधरा राजे के अलावा गजेंद्र सिंह शेखावत, बाबा बालक नाथ, अर्जुन राम मेघवाल, दिया कुमारी जैसे नाम भी शामिल है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव का भी नाम चर्चा में है। मध्य प्रदेश की बात करें तो जाहिर सी बात है कि वहां सीएम शिवराज सिंह चौहान को आगे नहीं किया गया था। लेकिन कहीं ना कहीं उन्होंने राज्य में पार्टी का पिछले 18 वर्षों से नेतृत्व किया है। ऐसे में उन्हें किनारे करना पार्टी के लिए आसान नहीं रहने वाला है। मध्य प्रदेश में नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद सिंह पटेल भी मुख्यमंत्री पद की रेस है। छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री का रेस दिलचस्प है। यहां रमन सिंह प्रबल दावेदारों में से जरूर हैं। लेकिन बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, अमर अग्रवाल, रेणुका सिंह, अरुण साव और ओपी चौधरी जैसे नाम की भी चर्चा तेज है।