Colaba विधानसभा सीट के मतदाताओं ने बीजेपी-कांग्रेस तथा शिवसेना को दिए बराबर के मौके, भाजपा ने Rahul Narvekar को दिया टिकट

 

इसी महीने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है, जिसके तहत 20 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक ही चरण में मतदान होगा तो वहीं 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। ऐसे में प्रदेश के सभी सक्रिय राजनीतिक दल चुनावी तैयारी में जुट गए हैं और जोर-आजमाइश करने लगे हैं। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी राहुल नार्वेकर को कोलाबा सीट से मैदान में उतारा है। 23 नवंबर को यह स्पष्ट हो जाएगा की कोलाबा विधानसभा की जनता ने इतिहास दोहराया है या फिर इतिहास बनाया है।
कोलाबा विधानसभा सीट मुंबई के अंतर्गत आती है और वर्तमान में यहां से बीजेपी के एडवोकेट राहुल सुरेश नार्वेकर विधायक है, जो महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष भी है। भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर उन्हें टिकट देकर मैदान में उतारा है। पिछले छह चुनावों की यदि बात करें तो इस क्षेत्र की जनता ने बीजेपी, कांग्रेस तथा शिवसेना को बराबर मौके दिए है, यानि तीनों राजनीतिक दल ने यहां दो-दो बार राज किया है। इस बार के विधानसभा चुनाव का परिदृश्य कुछ अलग है, माना जा रहा है। पिछले चुनाव की बात करें तो कोलाबा विधानसभा क्षेत्र में तीन दलों का समीकरण ज्यादा दिखाई रहा था, लेकिन इस बार वोटिंग का पैटर्न क्या होगा यह देखने लायक होगा।
कोलाबा विधानसभा चुनाव में क्षेत्र में इस बार राजनीतिक समीकरण कुछ अलग ही बनते दिखाई दे रहे है। शिवसेना UBT और शिंदे गुट बनने के बाद यहां का सियासी समीकरण बड़ा रोचक हो गया है, अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि पिछली बार जहां बीजेपी ने इस सीट को जीता था, तो वहीं इस बार NCP में दो गुट बनने के बाद यहां क्या स्थिति बनती है। क्योंकि अब एनसीपी [अजीत] गुट महायुति में शामिल है। महाराष्ट्र का चुनाव बेहद रोचक होने वाला है, जिसमें कोलाबा सीट पर भी सबकी नज़र होगी।
आखिर कौन हैं राहुल नार्वेकर?
कोलाबा से वर्तमान विधायक 45 साल के राहुल नार्वेकर पेशे से वकील हैं। उनके पिता सुरेश नार्वेकर बृहन्मुंबई नगर निगम में पार्षद थे। उनके भाई मकरंद BMC के वार्ड नंबर 227 से दूसरी बार पार्षद बने हैं। उनकी भाभी हर्षता भी बीएमसी के वार्ड नंबर 226 से पार्षद हैं। इसके अलावा, राहुल विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष एनसीपी के वरिष्ठ नेता रामराजे निंबालकर के दामाद भी हैं। नार्वेकर एनसीपी के वरिष्ठ नेता रामराजके नाइक के दामाद भी हैं।
2019 में हुए थे बीजेपी में शामिल
राहुल नार्वेकर ने वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव के समय भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी ने साउथ मुंबई की कोलाबा विधानसभा सीट से टिकट दिया। उन्‍होंने शानदार जीत दर्ज की। शिवसेना और एनसीपी में भी रहे चुके हैं राहुल नार्वेकर बीजेपी से पहले राहुल नार्वेकर शिवसेना और एनसीपी में भी रह चुके हैं। राहुल नार्वेकर 15 साल तक शिवसेना में रह चुके हैं। 2014 में वह राज्य विधान परिषद का चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन शिवसेना ने मना कर दिया। इसके बाद वह शिवसेना से इस्तीफा देकर शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हो गए। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान वह एनसीपी के टिकट पर मावल सीट से मैदान में उतरे थे। लेकिन वहां हार झेलनी पड़ी थी।

Source link

newsfortunes

Recent Posts

भारतीय वायु सेना ने संयुक्त अरब अमीरात में बहुराष्ट्रीय अभ्यास डेजर्ट फ्लैग-10 में भाग लिया

भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा एयर बेस पर पहुंची,…

10 घंटे ago

I4C ने धार्मिक संस्थानों और पर्यटन सेवाओं के नाम पर हो रहे ऑनलाइन बुकिंग घोटालों के बारे में जनता को सचेत किया

केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…

2 दिन ago

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि क्षेत्र की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की

फसल कटाई, बुआई, उपार्जन आदि की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश केंद्रीय…

7 दिन ago

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की रजत जयंती समारोह में भाग लिया

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (24 मार्च, 2025) रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में…

4 सप्ताह ago

बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की

बिल गेट्स ने कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। बिल गेट्स…

1 महीना ago

पद्म पुरस्कार-2026 के लिए नामांकन शुरू

गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्‍कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्‍कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्‍कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्‍त की जाएंगी। पद्म पुरस्‍कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्‍थापित, इन पुरस्‍कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्‍कारों के अंतर्गत ‘उत्‍कृष्‍ट कार्य’ के लिए सम्‍मानित किया जाता है। पद्म पुरस्‍कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्‍ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्‍सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्‍य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्‍कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्‍कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्‍वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्‍तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्‍कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्‍कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्‍ध हैं। इन पुरस्‍कारों से…

1 महीना ago