भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछला दशक भाजपा के लिए उपलब्धियों भरा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में पांच राज्यों में भाजपा की सरकार थी, लेकिन फिलहाल 12 राज्यों में भाजपा और 17 राज्यों में राजग सत्तारूढ़ है। नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा 10 प्रतिशत वोट और तीन सीट से बढ़कर 38.5 प्रतिशत वोट और 77 सीट पर पहुंच गई; हम अगली बार राज्य की सत्ता में आएंगे। उन्होंने कहा कि ये हम सब के लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि हम भाजपा राष्ट्रीय अधिवेशन के चश्मदीद गवाह बन रहे हैं। आज एक माहौल में हम एकत्र हुए हैं, जहां हमें पीछे भी जीत दिखी है और आगे भी जीत मिलेगी।
जेपी नड्डा ने कहा कि आज हम सब के बीच में हमारे नेता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, जिन्होंने देश को, पार्टी को, समाज को नेतृत्व प्रदान कर राजनीति में नया आयाम स्थापित किया। मैं अपने प्रधानमंत्री जी का स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि 7 दशक के भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी के इतिहास में हमने हर कालखंड देखा है। हमने संघर्ष का काल देखा है, हमने उपेक्षा का काल देखा है, जमानत बचाने के लिए चुनाव लड़ने वाला काल देखा है, हमने आपातकाल देखा है, चुनाव में हारने और जीतने का काल भी देखा है। लेकिन हमें इस बात की खुशी है कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में पिछला दशक जो गुजरा, वो उपलब्धियों से भरा हुआ है।
नड्डा ने कहा कि आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है। 2014 से पहले हमारी सिर्फ 5 प्रदेशों में सरकारें थी और लंबे समय तक हम 5-6 पर रूके हुए थे। 2014 के बाद, आज 17 प्रदेशों में NDA की सरकारें हैं और 12 प्रदेशों में विशुद्ध भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले लोग हमारा उपहास करते थे, कहते थे कि साहब तो आप पूरी सरकार बनाएंगे, वो सोचते थे कि ये संभव नहीं है। लेकिन 2014 के बाद हमारी सरकार बनी और 2019 में फिर से हमारी सरकार बनी। उन्होंने कहा कि पार्टी लंबी वैचारिक यात्रा भी पूरी की है। भाजपा अकेली ऐसी पार्टी है, जिसने 1951 में जो कहा 2023-24 में भी उसी बात पर टिकी रही। कोई राजनीतिक पार्टी ऐसी नहीं है, जिसका वैचारिक अधिष्ठान टिका रहा हो।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राजनीतिक कारणों से जो ‘महिला आरक्षण बिल’ 3 दशकों से पास नहीं हो पाया था, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में वही नारी शक्ति वंदन अधिनियम मात्र 3 दिन में पास हो गया। उन्होंने कहा कि हमने वो भी समय देखा, जब 1989 में पालमपुर में राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था और वहां पास हुआ था कि हम राम मंदिर निर्माण के लिए सभी संभावनाओं की तलाश करेंगे। कुछ लोगों ने हमारा उपहास किया कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे। राम मंदिर का निर्माण हुआ, 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री जी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की… आप आए नहीं ये आपके कर्म थे।
नड्डा ने कहा कि जीवनभर ताकत लगाकर एक विशालकाय पार्टी बनाने में लालकृष्ण आडवाणी जी ने अहम योगदान दिया। इसके अलावा एक लंबा राजनीतिक, सार्वजनिक जीवन जिस सुचिता के साथ जिया, वो हम सब के लिए उदाहरण है। भारत के गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री के तौर पर जो उन्होंने देश की सेवा की, वो भी हमें याद है। ऐसे वरिष्ठतम नेता को ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया, उसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों को मुफ्त अनाज मिल रहा है। साथ ही, मोदी सरकार के तहत पिछले दस वर्षों में लगभग 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, इन लोगों को उड़ने के लिए नए पंख दिए हैं।
उन्होंने कहा कि कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती…हर मोर्चे पर, चाहे वह स्वास्थ्य हो, बुनियादी ढाँचा हो, शिक्षा हो या रोज़गार, मोदी जी का नेतृत्व हर भारतीय के सपनों को पूरा कर रहा है। मोदी जी का नेतृत्व वास्तव में भारत को अद्वितीय तरीके से बदल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री मोदी जी ने हमारे देश की राजनीति की संस्कृति को चुनौती दी है और बदल दी है। आज, मोदी जी का शानदार नेतृत्व ‘ज्ञान’ (गरीब, युवा, अन्नदाता, नारी शक्ति) को अपने फोकस में सबसे आगे रखकर देश में समृद्धि सुनिश्चित कर रहा है।
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केन्द्रीय गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) ने जनता को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल जैसे सर्च इंजनों पर Paid विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। इन घोटालों में पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर निम्नलिखित सेवाओं की पेशकश की जाती है: * केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग * तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग * ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग * होलीडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं संदेह किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से भुगतान करने के बाद, अक्सर तब ठगे जाने का एहसास करते हैं जब बुकिंग की कोई पुष्टि या सेवा प्राप्त नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए नंबर पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं। लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है: 1. कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें। 2. गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें। 3. बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें। 4. ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें। 5. केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है। 6. सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।…
फसल कटाई, बुआई, उपार्जन आदि की स्थिति की जानकारी लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश केंद्रीय…
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज (24 मार्च, 2025) रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में…
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गणतंत्र दिवस, 2026 के अवसर पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कार-2026 के लिए ऑनलाइन नामांकन/सिफारिशें आज, 15 मार्च 2025, से शुरू हो गई हैं। पद्म पुरस्कारों के नामांकन की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2025 है। पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन/सिफारिशें राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in पर ऑनलाइन प्राप्त की जाएंगी। पद्म पुरस्कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्थापित, इन पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्कारों के अंतर्गत ‘उत्कृष्ट कार्य’ के लिए सम्मानित किया जाता है। पद्म पुरस्कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्कारों के पात्र नहीं हैं। सरकार पद्म पुरस्कारों को “पीपल्स पद्म” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। अत:, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे नामांकन/सिफारिशें करें। नागरिक स्वयं को भी नामित कर सकते हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे लोगों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के ठोस प्रयास किए जा सकते हैं जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में पहचाने जाने योग्य हैं। नामांकन/सिफारिशों में पोर्टल पर उपलब्ध प्रारूप में निर्दिष्ट सभी प्रासंगिक विवरण शामिल होने चाहिए, जिसमें वर्णनात्मक रूप में एक उद्धरण (citation) (अधिकतम 800 शब्द) शामिल होना चाहिए, जिसमें अनुशंसित व्यक्ति की संबंधित क्षेत्र/अनुशासन में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया हो। इस संबंध में विस्तृत विवरण गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) पर ‘पुरस्कार और पदक’ शीर्षक के अंतर्गत और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर उपलब्ध हैं। इन पुरस्कारों से…