रायपुर पुलिस के नशा मुक्ति अभियान ‘निजात’ के परिणाम दिखने लगे हैं तथा सात लोगों ने मादक पदार्थों का सेवन छोड़ दिया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष सिंह ने बताया कि शनिवार को मनोवैज्ञानिक डॉ. आलोक शर्मा ने उरला थाने में नशे के आदी कुछ लोगों के लिए काउंसलिंग सत्र की मेजबानी की।
उन्होंने कहा, “हम परिणाम देख रहे हैं।सरोरा गांव के 37 वर्षीय निवासी ने ‘निजात’ अभियान के कारण नशा की लत छोड़ दी है और अब एक प्रमुख वाहन निर्माण कंपनी में मैकेनिक के रूप में काम कर रहा है।”
सिंह के मुताबिक, इसी तरहनशे में धुत होकर चाकू लेकर यहां-वहां घूमने वाले नाबालिग ने भी अब नशा करना छोड़ दिया है।
अधिकारी ने बताया कि एक घोषित अपराधी भी मादक पदार्थों के सेवन से मुक्त हो गया है और बस स्टैंड पर काम कर रहा है।
सिंह ने बताया कि सभी सात व्यक्तियों ने दावा किया है कि अब उनका जीवन अधिक संतुष्ट है तथा उनके घरों में शांति और सद्भाव है।
संयोग से, सिंह ने अपनी पिछली तैनातियों के दौरान कोरिया, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा और बिलासपुर जैसे जिलों में भी अभियान चलाया है।