असम में बाढ़ की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है और 10 जिलों में छह लाख से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे कई क्षेत्रों में प्रभावित हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
कोपिली, बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बाढ़ के कारण हैलाकांडी होजाई, मोरीगांव, करीमगंज, नागांव, कछार, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग पश्चिम और दीमा हसाओ जिलों में कुल 6,01,642 लोग प्रभावित हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि 28 मई से अब तक बाढ़ और तूफान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है।
नागांव सबसे अधिक प्रभावित जिला है जहां 2.79 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए जबकि होजाई में 1,26,813 और कछार में 1,12,265 लोग प्रभावित हुए हैं।
राज्य में 40,000 से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों द्वारा बचाव और राहत अभियान चलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कई हिस्सों में सड़क और रेल संपर्क बाधित हो गया है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि न्यू हाफलोंग के चंद्रनाथपुर खंड में पटरी को हुए नुकसान और सिलचर स्टेशन पर जलभराव के कारण शनिवार से सोमवार तक कम से कम 10 ट्रेन रद्द कर दी गईं।
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