मुझे अब्बू याद है | हुमायूं आजाद
PLOT: 5/5 CHARACTERS: 5/5 WRITING STYLE: 5/5 CLIMAX: 5/5 ENTERTAINMENT QUOTIENT: 5/5 “किसी का अब्बू मेरे अब्बू की तरह हर जगह नहीं फैलता। न किसी का अब्बू हर किसी को देखकर मुस्कुराता है और न ही हर समय पास-पास मंडराता रहता है। मुझे अब्बू याद है। मुझे अब्बू याद नहीं है। – हुमायूं आजाद, आई…