भरतपुर के पुलिस महानिरीक्षक रूपिंदर सिंह ने बताया कि मोनू की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिलने के बाद डीग से एक टीम मंगलवार को नूंह गई। उन्होंने शाम को कहा, ‘‘उसे (मोनू) नूंह पुलिस ने अदालत में पेश किया गया और राजस्थान पुलिस ने भी उसकी हिरासत की मांग के लिए एक आवेदन दायर किया था।
हरियाणा के नूंह जिले में जुलाई में हुई हिंसा एवं राजस्थान में दो मुस्लिमों की हत्या के मामले में आरोपी गोरक्षक मोनू मानेसर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राजस्थान पुलिस ने मोनू के खिलाफ फरवरी में दो मुस्लिमों की हत्या करने का मामला दर्ज किया था। इसके अलावा उस पर हरियाणा में सांप्रदायिक नफरत फैलाने का भी आरोप है।
अधिकारियों के अनुसार, नूंह की एक अदालत से ‘ट्रांजिट रिमांड’ मिलने के बाद उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया गया। नूंह पुलिस ने उसे कथित तौर पर गुरुग्राम के मानेसर से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि मोनू के पास से एक पिस्तौल, तीन कारतूस और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है।
नूंह पुलिस ने बताया कि उसने मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए पड़ोसी राज्यों और जिलों को उसकी गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया। राजस्थान का डीग जिला नूंह से सटा है।
मानेसर का असली नाम मोहित यादव है। उसपर कुछ लोगों द्वारा 31 जुलाई की घटना को भड़काने का आरोप लगाया गया था, जिसके तहत नूंह में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा को निशाना बनाया था- जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी।
हालांकि, नूंह पुलिस द्वारा मोनू मानेसर के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक संदेश से संबंधित है। नूंह पुलिस ने कहा कि यह पोस्ट धर्म के आधार पर समूहों के बीच वैमनस्य पैदा करने का प्रयास था।
इसमें कथित तौर पर आपत्तिजनक का इस्तेमाल किया गया था।
मोनू पर हरियाणा के नूंह से सटे राजस्थान के डीग जिले (पूर्व में भरतपुर जिला) के घाटमीका गांव के दो लोगों को गो तस्कर बताकर उनका अपहरण करने और उनकी हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है।
फरवरी में नासिर (25) और जुनैद (35) का डीग जिले से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था। अगली सुबह उनके शव हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले थे।
भरतपुर के पुलिस महानिरीक्षक रूपिंदर सिंह ने बताया कि मोनू की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिलने के बाद डीग से एक टीम मंगलवार को नूंह गई।
उन्होंने शाम को कहा, ‘‘उसे (मोनू) नूंह पुलिस ने अदालत में पेश किया गया और राजस्थान पुलिस ने भी उसकी हिरासत की मांग के लिए एक आवेदन दायर किया था। अदालत ने उसकी हिरासत राजस्थान पुलिस को दे दी और अब उसे नूंह से डीग ले जाया जा रहा है।
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